टाटा स्टील |
लुधियाना, 20 अगस्त 2021 (न्यूज़ टीम): एक सतत कल के लिए अपनी प्रतिबद्धता के तहत टाटा स्टील ने हरियाणा के रोहतक में अपना नया 0.5 एमएनटीपीए स्टील रिसाइक्लिंग प्लांट शुरु किया। प्लांट को मेसर्स आरती ग्रीन टेक लिमिटेड के सहयोग से ’बिल्ड, ओन, ऑपरेट’ (बीओओ) पार्टनर के रूप में स्थापित किया गया है। भारत में यह ऐसी पहली सुविधा है, जो आधुनिक और मशीनीकृत उपकरणों जैसे श्रेडर, बेलर, मैटेरियल हैंडलर आदि से लैस है। यह स्क्रैप एक एप ‘‘फेरोहाट’ के माध्यम से विभिन्न मार्केट सेगमेंट जैसे-खटारा वाहनों, पुराने हो चुके घरों, निर्माण व उत्पाटन (कंस्ट्रक्शन व डिमोलिशन) और इंडस्ट्रियल सेक्टर से खरीदा जाएगा। इसके बाद, स्क्रैप को मशीनीकृत उपकरणों के माध्यम से प्रोसेस किया जाएगा और फिर उच्च गुणवत्ता वाले इस संसाधित स्क्रैप की आपूर्ति डाउनस्ट्रीम स्टील बनाने के लिए की जाएगी। रिसाइकल रूट से उत्पादित स्टील से कार्बन उत्सर्जन तो कम होगा ही, संसाधनों व ऊर्जा की खपत भी कम होगी।
इसके साथ ही, टाटा स्टील ने अपनी नयी सुविधा में उत्पादित बेल्ड और श्रेडेड फेरस स्क्रैप के लिए दो नये ब्रांड ‘टाटा फेरोबेल्ड’ और टाटा फेरोश्रेड’ भी लॉन्च किये। ये उत्पाद उच्च गुणवत्ता वाले प्रोसेस्ड स्क्रैप हैं। ये न केवल गुणवत्ता वाले प्रोसेस्ड आयरन स्क्रैप उपलब्ध करायेंगे, बल्कि आयात पर निर्भरता को कम कर भारतीय स्टील उद्योग को अति आवश्यक कच्चा माल भी उपलब्ध करायेंगे।
योगेश बेदी, चीफ़ स्टील रिसाइकलिंग बिज़नेस, टाटा स्टील ने कहा, “स्टील के गुणों को बिना कोई हानि पहुंचाए इसे बार-बार रिसाइकल किया जा सकता है। इस दृष्टिकोण से स्टील स्क्रैप एक मूल्यवान संसाधन है और स्टील बनाने के लिए भविष्य का एक महत्वपूर्ण कच्चा माल है। रिसाइक्लिंग स्क्रैप सर्कुलर इकोनॉमी लूप की समाप्ति को सुनिश्चित करता है। इनका ब्रांड नाम प्रोसेस्ड स्क्रैप को एक अलग पहचान देंगे और ग्राहक के लिए एक मानकीकृत गुणवत्ता वाला उत्पाद सुनिश्चित करेंगे और साथ ही स्क्रैप उद्योग के स्तर को ऊपर उठाएंगे।’’
योगेश बेदी ने बताया कि यह पहल हमारे सीईओ व एमडी टीवी नरेंद्रन की दूरदर्शिता का प्रतिफल है और हम इसकी परिणति को देखकर उत्साहित हैं।