लुधियाना, 14 अक्तूबर, 2021 (न्यूज़ टीम): रॉयल एनफील्ड 1901 से लेकर अब तक लगातार उत्पादन में दुनिया का सबसे पुराना मोटरसाइकिल ब्रांड रहा है। 120 साल से रॉयल एनफील्ड सवारी करने के लिए आकर्षक और सादे, पेयरड-डाउन, औथेंटिक क्लासिक मोटरसाइकिलों के निर्माण की विरासत का संरक्षक बना हुआ है। समय के दौरान और कठिन इलाकों में सवारी करते हुए रॉयल एनफील्ड युगों से विशेष और आकर्षक रहने वाली और इन्सान और मशीन के धीरज का परीक्षण लेने वाली राइड्स में विजयी रहा है।
रेड्डिच फैक्ट्री में अपनी हंबल शुरुआत से रॉयल एनफील्ड ने यादगार अनुभव और मोटरसाइकलिंग की लेजंडरी कहानियों के निर्माण में एक सदी से अधिक समय बिताया है। एक्सप्लोरेशन की लाइफलॉंग खोज को प्रोत्साहित करने और किकस्टार्ट करने की अपनी यात्रा में रॉयल एनफील्ड ने दुनिया के सबसे ऊंचे मोटरेबल पास पर सवारी करने से लेकर तिब्बत में माउंट एवरेस्ट के बेस कैंप तक पहुंचने तक दौलत बेग ओल्डी, काराकोरम में सबसे मुश्किल माउन्टेन पास पर सवारी करने से लेकर बेमिसाल रात के आसमान के नीचे कच्छ के रेगिस्तान में सवारी करने तक दुनिया भर में राइड्स को आयोजित किया है।
इस यात्रा को जारी रखते हुए और प्योर मोटरसाइकलिंग कल्चर के निर्माण के 120 साल पूरे होने के समय को यादगार बनाने के लिए रॉयल एनफील्ड मोटरसाइकलिंग संभावनाओं की सीमाओं को आगे बढ़ाने की महत्वाकांक्षी कोशिश के साथ साल 2021 को याद करेगा। कंपनी रॉस आइस शेल्फ से लेवेरेट ग्लेशियर से होते हुए ज्योग्राफिक साउथ पोल तक पहुंचने का प्रयास करने के लिए रॉयल एनफील्ड हिमालयन पर एक मोटरसाइकिलिंग एक्सपेडिशन शुरू करेगी । 90 डिग्री साउथ- कवेस्ट फॉर साउथ- पोल की संकल्पना प्योर मोटरसाइकलिंग के प्रति ब्रांड की प्रतिबद्धता और अपनी मोटरसाइकलिंग यात्रा के साथ इतिहास रचने वाले बहुत से राइडर्स और खोजकर्ताओं के साहस और लचीलेपन को एक सम्मान देने के लिए की गई है।
रॉयल एनफील्ड के लिए इस माइलस्टोन साल और एक्सपेडिशन की कोशिश के बारे में बात करते हुए आयशर मोटर्स लिमिटेड के मैनेजिंग डायरैकटर सिद्धार्थ लाल ने कहा, "120 साल ब्रांड के लिए एक लंबी विरासत है और हम हमें ख़ुशी है की हमने यह साल इतने योग्य बनाये हैं । इन सालों के दौरान हमने दुनिया भर में राइडिंग और एक्सप्लोरेशन के एक शानदार कल्चर का निर्माण और इसका पोषण किया है। एक्सप्लोरेशन की यह खोज हमारे डी.एन.ए का एक जरुरी हिस्सा रही है और 90 डिग्री साउथ- कवेस्ट फॉर साउथ- पोल असाधारण, एपिक मोटरसाइकलिंग राइड्स की हमारी सिरीज का एक और चैप्टर है। पिछले समय में हिमालयन ओडिसी जैसी राइड्स ने हिमालय में मोटरसाइकिलिंग के रोमांच को बढ़ावा दिया है और साउथ पोल पर इस तरह का एक एपिक एक्सपेडिशन लोगों को फिर से साहसी बनने के लिए प्रेरित करेगा। इन्सान और मशीन के धीरज और दृढ़ता की परीक्षा लेने वाला यह एक्सपेडिशन मोटरसाइकिल पर साउथ पोल के लिए 770 किमी लंबे रस्ते को पार करने की अपनी तरह की पहली कोशिश है।"
120 साल की प्योर मोटरसाइकिलिंग के लिए, और सामान्य से परे तलाश करने का साहस करने वाले सभी एनफील्डर्स के लिए एक सम्मान के रूप में संकल्पित 90 डिग्री साउथ ऐसी जगह जाने की एक विशेष कोशिश होगी जहाँ पहले कोई मोटरसाइकिल नहीं गई है। 26 नवंबर 2021 को केप टाउन, साउथ अफ्रीका से शुरू होने वाले इस एक्सपेडिशन में रॉयल एनफील्ड के दो राइडर्स - संतोष विजय कुमार, लीड - राइड्स एंड कम्युनिटी, रॉयल एनफील्ड, और डीन कॉक्सन, सीनियर इंजीनियर- प्रोडक्ट डेवलपमेंट, रॉयल एनफील्ड- लेवेरेट ग्लेशियर से होते हुए रॉस आइस शेल्फ से अमुंडसेन-स्कॉट पोल स्टेशन तक ज्योग्राफिक साउथ पोल तक पहुंचने की कोशिश करेंगे।
एक्सप्लोरेशनज़ को बढ़ावा देने के ब्रांड के उद्देश्य के बारे में बात करते हुए, और एक्सपेडिशन की बड़ी सफलता की कामना करते हुए रॉयल एनफील्ड के एग्जीक्यूटिव डायरैकटर बी गोविंदराजन ने कहा, "मानवीय खोज की सीमाओं को बढ़ावा देने और आगे बढ़ाने की और कई खोजकर्ताओं से सहयोग करने की 120 साला की हमारी एक अटूट विरासत रही है। उनकी यात्रा और रोमांच ने हमें अपनी तरह के इस पहले मोटरसाइकिलिंग एक्सपेडिशन का आयोजन करने के लिए प्रेरित किया है। पृथ्वी के अंत तक राइड करने की यह साहसिक और महत्वाकांक्षी कोशिश मानवीय जज्बे को दर्शाती है, और हम सभी रॉयल एनफील्ड राइडर्स और उनके प्रेरक एक्सपेडिशनों के लिए एक सम्मान के रूप में इसे सफलतापूर्वक पूरा करने की उम्मीद करते हैं।"
आर्कटिक ट्रक्स के साथ क्लोज पार्टनरशिप में आयोजित किए जाने वाले इस 90 डिग्री साउथ के लिए कोशिश दो उद्देश्य के लिए निर्मित रॉयल एनफील्ड हिमालयन पर की जाएगी। आर्कटिक ट्रक्स, इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ अंटार्कटिका टूर ऑपरेटर्स के सदस्य इस क्षेत्र में अपनी गहरी विशेषज्ञता के लिए प्रसिद्ध हैं और अंटार्कटिक पठार पर 3,50,000 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय कर चुके हैं। पिछले समय में उन्होंने कई वैज्ञानिक अभियानों और गतिविधियों के साथ-साथ वाणिज्यिक और गैर सरकारी संगठनों के अभियानों का समर्थन किया और उनकी सेवा की है।
रॉयल एनफील्ड हिमालयन को 2016 में लॉन्च किया गया था, यह एक सिंपल, बेहद सक्षम और हर रास्ते के लिए उपयुक्त मोटरसाइकिल है। हिमालय में दशकों की राइड के अनुभव से प्रेरित होकर और हजारों किलोमीटर के चुनौतीपूर्ण इलाके को पार करने के लिए रॉयल एनफील्ड हिमालयन को एक ऐसे बहुमुखी मोटरसाइकिल के रूप में बनाया गया था जो न सिर्फ सड़क पर बल्कि ऑफ बीटन ट्रैक पर भी सक्षम हो। हिमालयन दुनिया भर में कई एडवेंचर सीर्क्स के लिए एक विश्वसनीय सहयोगी रहा है।
इस एक्सपेडिशन के लिए दो हिमालयनों को फंक्शनल अपग्रेड के साथ अंटार्कटिका में मुश्किल से मुश्किल परिस्थितियों में स्नो और आइस में से नेविगेट करने में सक्षम होने के लिए इन-हाउस मॉडिफाई किया गया है। अंटार्कटिका की परिस्थितियों का सामना करने के इरादे से आइसलैंड के लैंगजोकुल ग्लेशियर में इस कठिन और अविश्वसनीय यात्रा के लिए हिमालयन को टेस्ट किया गया था। टेस्टिंग का फेज 1 सितंबर 2020 में किया गया था जबकि पटेस्टिंग का फेज 2 जुलाई 2021 में पूरा हुआ था।
हिमालयन अपने आप में एक पूर्ण और कुशल मशीन है और इसे देखते हुए अंटार्कटिका में इलाके और मौसम की स्थिति के लिए मोटरसाइकिल तैयार करते हुए इसमें कुछ बदलाव किए गए हैं। रियर व्हील पर अधिक टॉर्क के लिए मुख्य ड्राइव स्प्रोकेट को 15-टीथ से 13-टीथ यूनिट में बदला गया है। स्टडेड टायरों के साथ एक ट्यूबलेस व्हील सेटअप दिया गया है जो टायरों को बहुत कम दबाव में चलाने की अनुमति देता है, और नरम बर्फ पर फ्लोटेशन को बढ़ाता है, जबकि कठोर बर्फ पर पर्याप्त ट्रैकशन भी प्रदान करता है। टीम ने रियर अर्थ मैग्नेट का उपयोग करते हुए एक मजबूत अल्टरनेटर पेश किया है ताकि मोटरसाइकिल को अधिक करंट उत्पन्न करने में और टीम को बैटरी के बिना हीटेड गियर चलाने में सक्षम बनाया जा सके।
मोटरसाइकिल ड्रैग को कम करने और इमिशन को लगभग न्यूनतम तक सीमित करने के लिए रॉस आइस शेल्फ से साउथ पोल तक एक कॉम्पैक्ट स्नो ट्रैक पर मोटरसाइकिलों की सवारी की जाएगी। रॉयल एनफील्ड सचेत रूप से सुनिश्चित कर रहा है कि एक्सपेडिशन दल द्वारा जल्दी से बर्फ के बहाव में खो जाने वाले व्हील ट्रैक के अलावा कोई फुटप्रिंट न छोड़ा जाए। हमारी #LeaveEveryPlaceBetter पहल के अनुरूप टीम यह सुनिश्चित करेगी कि ह्यूमन वेस्ट सहित सभी प्रकार के वेस्ट को उचित रूप से निपटाने के लिए वापस लाया जाए।