ज़ैक होलिस, ब्राण्ड डायरेक्टर, स्कोडा ऑटो इंडिया |
लुधियाना, 06 जनवरी, 2022 (न्यूज़ टीम): साल 2022 स्कोडा ऑटो इंडिया के लिये साल 2001 में भारतीय बाजार में इसके प्रवेश के बाद से उसके लिये सबसे बड़ा वर्ष साबित होने वाला है। लगातार हुए प्रोडक्ट लॉन्च कैम्पेन के इर्द-गिर्द बाजार पर केन्द्रित अपनी रणनीति और बिक्री के बाद के तथा ग्राहक को संतोष देने वाले कामों और देशभर में अपने नेटवर्क की मौजूदगी पर ध्यान बढ़ाने के साथ स्कोडा ऑटो इंडिया की योजना साल 2022 में अपने वार्षिक सेल्स वॉल्यूम्स को तीन गुना करने की है। कंपनी पिछले साल से मिली सकारात्मक गति का फायदा भी उठाना चाहती है।
साल 2020 में स्कोडा ऑटो इंडिया की 10387 कारें बिकी थीं और साल 2021 में इसने 23,858 यूनिट्स की बिक्री कर 130% की तीन अंकों वाली वृद्धि हासिल की है। साल 2022 के लिये स्कोडा ऑटो इंडिया का लक्ष्य साल 2021 के सेल्स वॉल्यूम्स को तीन गुना करना है, जो साल 2025 के लिये 1,00,000 यूनिट्स के उसके मध्यावधि लक्ष्य के अनुसार है। साल 2021 में हुई वृद्धि और साल 2022 के लिये अनुमान इंडिया 2.0 प्रोजेक्ट के प्रथम चरण के सफल कार्यान्वयन पर आधारित है। इस प्रोजेक्ट में विशेष रूप से भारत के लिये निर्मित MQB A0 IN प्लेटफॉर्म का विकास हुआ था, जिसने कुशाक के लॉन्च का आधार बनाया।
नये साल की शुरूआत के साथ स्कोडा ऑटो इंडिया 10 जनवरी को नई कोडियाक लॉन्च करेगा, जो साल 2022 के लिये प्लान किये गये 6 प्रोडक्ट एक्शंस में पहला है। बिलकुल नई स्लाविया सेडान इस गति को जारी रखेगी। कुशाक की तरह MQB A0 IN प्लेटफॉर्म पर निर्मित स्लाविया, कुशाक के साथ स्कोडा ऑटो इंडिया के 2022 के कैलेंडर में आगे रहेगी। उत्पादों की पेशकश को उत्पाद श्रृंखला के विस्तार से गति मिलेगी, जिसमें कुशाक, ऑक्टेविया और सुपर्ब के अपडेट्स शामिल हैं।
स्कोडा ऑटो इंडिया के ब्राण्ड डायरेक्टर ज़ैक होलिस ने कहा, “यह बताते हुए मैं बहुत खुश हूँ कि साल 2021 स्कोडा ऑटो इंडिया के लिये वृद्धि का वर्ष रहा है। यह वृद्धि ग्राहक पर केन्द्रित एक मजबूत ब्राण्ड निर्मित करने के लिये टीम की प्रतिबद्धता और एप्रोच के कारण हुई है। महामारी से मिली चुनौतियों और विश्व में चिप की कमी के बावजूद स्कोडा ऑटो इंडिया ने अपना लक्ष्य नहीं छोड़ा और साल 2021 में 130% वृद्धि दर्ज की। हम इस गति को जारी रखेंगे और लगातार प्रोडक्ट एक्शंस के साथ उत्पादों की विविधतापूर्ण श्रृंखला पर केन्द्रित होंगे। इसके साथ ही हम ग्राहक संतोष के नये मापदंड स्थापित करना चाहते हैं और बिक्री पश्चात अनुभव को और भी समृद्ध बनाना चाहते हैं, जिसके लिये हमारे नेटवर्क का विस्तार जारी रहेगा और सेल्स वॉल्यूम को तिगुना किया जाएगा। मुझे विश्वास है कि इन कामों से वर्ष 2022 में स्कोडा ऑटो इंडिया एक भरोसेमंद कंपनी के रूप में स्थापित होगी। नये साल की शुरूआत के साथ हम उन लक्ष्यों की प्राप्ति के रास्ते पर हैं, जो हमने अपने लिये निर्धारित किये हैं और इससे भारत के लिये हमारी सकारात्मक प्रतिबद्धता का पता चलता है।”
बिक्री के मोर्चे पर ध्यान देने योग्य नये क्षेत्र:
साल 2022 के लिये आक्रामक सेल्स वॉल्यूम्स के लिये तैयार होने हेतु ब्राण्ड नये और मौजूदा तरीकों पर चलेगा, जैसे उसका ‘सर्टिफाइड प्री-ओन्ड’ ब्राण्ड, ‘कॉर्पोरेट सेल्स’ की पहलें, ग्रामीण बाजारों में पहुँच बढ़ाना और डीलर मैनपावर ट्रेनिंग पर ध्यान देना जारी रखना, जो व्यवसाय परिचालन के लिये जरूरी है।
योजना साल 2022 में सभी आउटलेट्स पर ‘सर्टिफाइड प्री-ओन्ड’ ब्राण्ड को एक्टिवेट करने की है। बिजनेस प्रोसेस में पहले से ही उच्च स्तर का डिजिटलाइजेशन है और मोबाइल ऐप का इस्तेमाल कर 115 पॉइंट्स पर व्हीकल का मूल्यांकन किया जाता है। ‘कॉर्पोरेट सेल्स’ के मामले में ब्राण्ड ने पहले से बैंकों और वित्तीय संस्थानों के साथ गठजोड़ कर रखे हैं और साल 2020 की तुलना में साल 2021 में 127% वृद्धि दर्ज की है। लक्ष्य साल 2022 में कॉर्पोरेट सेल्स की पहुँच को और भी बढ़ाकर लगभग 30% करने का है।
ब्राण्ड ग्रामीण बाजारों के योगदान में बढ़त देख रहा है। बिक्री में ग्रामीण बाजारों की हिस्सेदारी साल 2020 में लगभग 5% थी, जो साल 2021 में लगभग 10% हो गई। देशभर में नेटवर्क के तेज विस्तार से साल 2022 में ग्रामीण बाजारों का योगदान और भी बढ़ेगा।
बिक्री के मामले में सभी कार्यवाहियों का मतलब होगा कि ब्राण्ड स्कोडा ऑटो के लिये टॉप 10 बाजारों में से एक और भारत के टॉप 10 ओईएम में शामिल होगा, जो कि एक बेहतरीन उपलब्धि होगी।
नेटवर्क के विस्तार से फायदा:
इंडिया 2.0 प्रोजेक्ट के प्रमुख स्तंभों में से एक था देशभर में नेटवर्क की मौजूदगी को काफी हद तक बढ़ाना। साल 2021 में पहले से ही 50% बढ़त के साथ ब्राण्ड के 175 से ज्यादा टचपॉइंट्स थे। साल 2022 में इस मामले में आगे की कार्यवाही होगी, जिसका उद्देश्य है टचपॉइंट्स की संख्या को 175 से बढ़ाकर 225 पर पहुँचाना और यह 25% से ज्यादा बढ़त के साथ होगा।
सेवा की जगहों का विस्तार इस वृद्धि को आकार देगा। नई पेश हुई कॉम्पैक्ट वर्कशॉप सेल्स ब्रांच वाले सभी ग्रामीण क्षेत्रों में बिक्री-पश्चात सुविधाओं को पहुँच के योग्य बनाती है और इसके द्वारा ब्राण्ड साल 2022 में भारत के 60 से ज्यादा ग्रामीण शहरों को सेवा दे सकेगा।
बिक्री-पश्चात और ग्राहक केन्द्रित कार्यों का विस्तार:
ग्राहक संतोष के अपने वादे को निभाते रहना ब्राण्ड द्वारा ध्यान दिये जाने वाले महत्वपूर्ण क्षेत्रों में से एक रहा है। बिक्री-पश्चात के मामले में ब्राण्ड ने स्वामित्व की लागत को कम कर ग्राहक के अनुभव को समृद्ध बनाने की दिशा में कई कदम उठाये हैं। इनमें इंजिन ऑइल के दामों (गैसोलीन इंजिन) में 32% कमी और रख-रखाव की कुल लागत में 21% तक कमी शामिल हैं। ब्राण्ड ने वेबसाइट पर उपलब्ध सर्विस कॉस्ट कैल्कुलेटर से ज्यादा पारदर्शिता के लिये भी पहल की है। साल 2022 में प्रशिक्षित और कुशल लोगों की संख्या बढ़ाने और सेवा की गुणवत्ता को सुधारने के प्रयास होंगे, नये बिक्री-पश्चात प्रोग्राम (लॉयल्टी ऑफरिंग्स) पेश होंगे और ज्यादा पारदर्शिता से ग्राहक का विश्वास निर्मित होगा। सर्विस कैम, मोबाइल सर्विस वैन्स और एक्सप्रेस सर्विस की पेशकश जैसी पहलें ग्राहक अनुभव को समृद्ध बनाने में सहायक होंगी।
स्कोडा ऑटो इंडिया द्वारा ग्राहक के लिये किये जाने वाले इनोवेशन और अभियान भी वृद्धि को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं। जैसे कि स्कोडा ऑटो इंडिया की वेबसाइट, व्हाट्सऐप और फेसबुक पेज पर ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेस चैटबोट की पेशकश। एआई से उन विभिन्न प्लेटफॉर्म्स पर सूचना और इंटरैक्टिविटी का स्तर ऊँचा होता है, जिन्हें लोग कार खरीदने का फैसला करते समय ब्राउज करते हैं। इसके अलावा ग्राहक-केन्द्रित पहलों, जैसे स्वामित्व की कम लागत वाला ‘पीस ऑफ माइंड’ कैम्पेन, पार्ट्स के दामों में कमी, सर्विस सेंटर्स तक पहुँचने की योग्यता और सर्विस प्रोसेस का डिजिटलाइजेशन, की एक श्रृंखला ने स्कोडा ऑटो इंडिया की ग्राहक के लिये गतिविधियों को संजोया है।
साल 2022 के लिये स्कोडा ऑटो इंडिया का लक्ष्य है सभी कस्टमर टचपॉइंट्स पर प्रशिक्षणों और प्रोग्राम्स के लगातार कार्यान्वयन द्वारा ग्राहक-केन्द्रित होने में अग्रणी स्थिति पाना।
प्रोडक्ट रेंज, बिक्री रणनीति, नेटवर्क विस्तार, बिक्री-पश्चात पहलों और ग्राहकों को मुख्य केंद्र में रखने पर फोकस के साथ, स्कोडा ऑटो इंडिया के पास एक ठोस रणनीति है, ताकि वह साल 2022 को भारत में अपना सबसे बड़ा वर्ष बना सके।