लुधियाना, 21 अप्रैल, 2022 (न्यूज़ टीम): "आये हो निभाने को जब, किरदार ज़मीं पर, कुछ ऐसा कर चलो कि ज़माना मिसाल दे।" यही मिसाल दी है सत्यन नाम्या जोशी ने जिन्हें नवाज़ा गया है सत पॉल मित्तल स्कूल के अभिनंदन समारोह में सत्यन नाम्या जोशी को प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में उनकी अनुकरणीय उपलब्धियों प्राप्त करने पर एवं उनके सराहनीय कार्यों के लिए 21 अप्रैल, 2022 को सत पॉल मित्तल स्कूल में एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। एसटीईएम (STEM ) में शिक्षा के क्षेत्र में उनके महत्वपूर्ण योगदान और सेवा के लिए उन्हें प्लेटिनम मेडल से सम्मानित किया गया।इस समारोह में सत पॉल मित्तल स्कूल के अध्यक्ष, राकेश भारती मित्तल, उपाध्यक्ष, बिपिन गुप्ता, शासी परिषद के सदस्य, शैक्षणिक सलाहकार परिषद के सदस्य और नेहरू सिद्धांत केंद्र ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित थे।
पर्व समारोह की शुरुआत भगवान गणेश के आशीर्वाद का आह्वान करते हुए एक नृत्य प्रदर्शन के साथ हुई। इसके बाद राकेश भारती मित्तल ने स्वागत भाषण दिया। राकेश भारती मित्तल ने नाम्या को उनकी उपलब्धियों और शिक्षा के शक्तिशाली शस्त्र के साथ दुनिया को बदलने के उनके दृष्टिकोण के प्रति समर्पण के लिए बधाई दी। उन्होंने इस तथ्य पर जोर दिया कि नाम्या ने उम्र के मापदंडों के मिथक का भंडाफोड़ किया है कि एस.टी.ई.एम लड़कियां नहीं हो सकती हैं l नाम्या ऊर्जा और सशक्तिकरण की एक शक्ति हैं , उसने कई लोगों के लिए मार्ग का नेतृत्व किया है जो उसे देख सकते हैं और अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं। वह क्या बनना चाहती है और कहाँ जाना चाहती है?, इस बारे में उनकी स्पष्ट दृष्टि छात्रों और शिक्षकों दोनों के लिए समान रूप से प्रेरणादायक है। उन्होंने आगे कहा कि स्कूल को उनकी प्रतिभा और प्रतिभा का पोषण करने पर गर्व है। उनका मानना था कि नाम्या ने साथी सत्यनस् के लिए मार्ग प्रशस्त किया है और उन्हें अपने उपक्रमों में सफलता सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत जारी रखने के लिए प्रेरित किया है। स्कूल ने उनके गौरवान्वित माता-पिता , शिक्षकों और साथी सत्यनस् की उपस्थिति में उनकी सफलता का जश्न मनाया l उन्होंने राकेश भारती मित्तल,के साथ एक लाइव पॉडकास्ट भी आयोजित किया जो वास्तव में व्यावहारिक और ताज़गी से भरपूर था।
सत पॉल मित्तल स्कूल की प्रिंसिपल, भूपिंदर गोगिया ने धन्यवाद किया और स्कूल का नाम रोशन करने के लिए नाम्या और उनके माता-पिता को बधाई दी। पंजाब के लुभावने नृत्य-भांगड़ा और स्कूल गीत और राष्ट्रगान की एक सम्मानजनक प्रस्तुति के साथ इस सम्मान समारोह का समापन हुआ। नाम्या की अनूठी कहानी इस बात का एक और उदाहरण है कि कैसे सत्यवादी दुनिया भर में विभिन्न क्षेत्रों में अपनी काबिलियत साबित कर रहे हैं।