लुधियाना, 31 अक्टूबर, 2023 (न्यूज़ टीम) : माननीय प्रधानमंत्री री नरेन्द्र मोदीजी के नेतृत्व में भारत आईओटी अडॉप्शन को बढ़ाकर इंडस्ट्री 4.0 रेवोल्यूशन में अग्रणी है। विभिन्न उद्योगों के संगठन तेज़ी से आईओटी प्रथाओं को अपना रहे हैं, नैसकॉम की रिपोर्ट के मुताबिक भारत का आईओटी बाज़ार 2025 तक 15 बिलियन डॉलर के आंकड़े तक पहुंच जाएगा। हालांकि उद्योग जगत को संचालनात्मक चुनौतियों जैसे डिवाइस नेटवर्क कम्पेटिबिलिटी, रिमोट डिवाइस कॉन्फीगरेशन आदि तथा इकोसिस्टम से जुड़ी चुनौतियों जैसे खंडित इकोसिस्टम आदि का सामना करना पड़ता है। इन चुनौतियों को हल करने के लिए ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैण्डर्ड (बीआईएस) ने आईओटी डिवाइसेज़ की इंटरऑपरेबिलिटी के लिए नेशनल आईओटी स्टेण्डर्ड के रूप में वन एम2एम को अनिवार्य किया है। कुल मिलाकर, यह आईओटी लैब न सिर्फ डिवाइस के अनुसार नेटवर्क परफोर्मेन्स को सत्यापित करती है बल्कि सोल्युशन इंटरऑपरेबिलिटी को भी प्रमाणित करती है।
वोडाफोन आइडिया की एंटरप्राइज़ शाखा वी बिज़नेस की ओर से यह लैब-ऐज़-अ सर्विस पहल 175 से अधिक परिवेशों की जांच में सक्षम है, जिसमें नेटवर्क एवं फंक्शनल टेस्टिंग, फील्ड टेस्टिंग, ऐप्लीकेशन टेस्टिंग, कम्पेटिबिलिटी टेस्टिंग, वन एम2एम स्टैण्डर्ड टेस्टिंग आदि शामिल हैं। यह विभिन्न उद्योगों जैसे एएमआई, कनेक्टेड कार, पीओएस, वीटीएस आदि में 30 से अधिक विभिन्न यूज़ केसेज़ की जांच में सक्षम है। इस लैब में विभिन्न अवयवों जैसे डिवाइस, मोड्यूल्स, एसआईएम, ऐप्लीकेशन, फर्मवेयर आदि के व्यापक स्पैक्ट्रम को जांच करने की क्षमता है।
यह लैब आईओटी इकोसिस्टम ऑर्केस्ट्रेटर की तरह काम करती है और सभी हितधारकों को एक ही मंच पर लाकर आईओटी के अनुभव को सुगम बनाती है। वी सी-डॉट आईओटी लैब सभी डिवाइसेज़ पर एक्ज़हॉस्टिव टेस्ट प्लान्स पर चलती है और कम्पोनेन्ट डिज़ाइनर्स के साथ मिलकर सुनिश्चित करती है कि कोई भी बग बिना समाधान के छूट न जाए। अब तक 5 डिवाइसेज़ को इस लैब के द्वारा ‘नेटवर्क रैडी’ प्रमाणित किया जा चुका है। अब वी सी-डॉट आईओटी लैब 5 जी एवं एनबीआईओटी डिवाइसेज़ की जांच भी कर रही है।
भारत में आईओटी सिस्टम को बढ़ावा देने के लिए वी आईओटी लैब के प्रयासों पर बात करते हुए अरविंद नेवातिया, चीफ़ एंटरप्राइज़ बिज़नेस ऑफिसर, वी ने कहा, ‘‘आईओटी सेगमेन्ट में लीडर होने के नाते वी विभिन्न उद्योगों में इसके अडॉप्शन के लिए प्रतिबद्ध है। हमें यह बताते हुए खुशी का अनुभव हो रहा है कि सी-डॉट क साथ साझेदारी में वी आईओटी लैब ने सी-डॉट डिप्लॉयमेन्ट से स्टैण्डरडाइज़ेशन और इंटरऑपरेबिलिटी को सक्षम बनाया है। हमें खुशी है कि हम ‘सेंटर ऑफ इनोवेशन’ की स्थापना के साथ इस साझेदारी को सशक्त बना रहे हैं जो स्टार्ट-अप्स एवं एम2एम/ आईओटी उद्योग के बीच तालमेल बनाएगी। यह साझेदारी घरेलू आईओटी सिस्टम में सुधार लाने तथा भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास में योगदान देने के हमारे प्रयासों की पुष्टि करती है।’’
यह सर्टिफिकेशन आईओटी सेवा प्रदाताओं को निम्न के द्वारा सक्षम बनाता हैः
- विश्वस्तरीय मानकों के अनुपालन के द्वारा तीव्र टाईम-टू-मार्केट को सुनिश्चित कर राजस्व बढ़ाता है।
- वन एम2एम स्टैण्डर्ड के अनुसार इंटरऑपरेबिलिटी और स्टैण्डरडाइज़ेशन को सुनिश्चित कर आईओटी सेवा प्रदाता और उनकी डिवाइस की विश्वसनीयता बढ़़ाता है।
इसके अलावा वी सी-डॉट साझेदारी भारत में आईओटी सिस्टम को बढ़ावा देगी तथा वी आईआटी लैब को ‘सेंटर ऑफ इनोवेशन’ के रूप में विस्तारित कर आईओटी/एम2एम में स्टार्ट-अप्स को सशक्त बनाएगी। यह इन्क्यूबेशन सेंटर की तरह काम करते हुए स्टार्ट-अप्स को आधुनिक तकनीक एवं ऐसा बिज़नेस प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराएगी जो उन्हें मार्केट के लिए तैयार करेगा। यह सेंटर वन एम2एम स्टैण्डर्ड के अनुसार समाधान प्रदान करने के लिए प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराएगा।
डॉ राजकुमार उपाध्याय, सीईओ सी-डॉट ने कहा, ‘‘वी सी-डॉट आईओटी लैब स्टेण्डर्ड आईओटी डिवाइसेज़ एवं ऐप्लीकेशन्स के लिए टेस्टिंग एवं सर्टिफिकेशन फ्रेमवर्क की स्थापना की दिशा में उल्लेखनीय कदम है। मुझे विश्वास है कि सी-डॉट द्वारा आईओटी/एम2एम के लिए सेंटर ऑफ इनोवेशन भारतीय उद्योगों खासतौर पर स्टार्ट-अप्स के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगा, जिन्हें स्वदेशी स्टैण्डर्ड कम्प्लायन्ट डिवाइसेज़ एवं ऐप्लीकेशन्स के निर्माण एवं डिप्लॉयमेन्ट में मदद मिलेगी।’
वी आगामी इंडिया मोबाइल कॉन्ग्रेस में सी डॉट के साथ साझेदारी में वी आईओटी लैब सर्विस का प्रदर्शन करेगा, जिसका आयोजन नई दिल्ली के प्रगति मैदान में 27 से 29 अक्टूबर 2023 के बीच होना है।
आईएमसी 2023 के आगंतुक हॉल-5, स्टॉल- 5.1 में वी बूथ विज़िट कर इस सर्विस का एक्सक्लुज़िव प्रीव्यू पा सकते हैं।