लुधियाना / जालंधर, 16 अप्रैल, 2024 (न्यूज़ टीम): बायजूस ने अपने परिचालन को कारगर बनाने और कंपनी को लंबे समय तक सफलता दिलाने के लिये आज एक बड़े संरचनात्मक बदलाव की घोषणा की है। इस रणनीतिक बदलाव के तहत बायजूस अपने व्यवसायों को तीन केन्द्रित प्रभागों में समेट रही है- (1) द लर्निंग ऐप (2) ऑनलाइन क्लासेस एवं ट्यूशन सेंटर्स और (3) टेस्ट-प्रेप। नई संरचना में हर प्रभाग अधिक सक्रिय और किफायती होगा। हर प्रभाग बायजूस के ब्राण्ड और परितंत्र की शक्ति का फायदा उठाते हुए बाजार के अवसरों का लाभ लेने के लिये बेहतर तरीके से सुसज्जित भी होगा। हर यूनिट के लीडर अलग-अलग होंगे और वे फायदा सुनिश्चित करने के लिये निजी तौर पर व्यवसायों को स्थायी तरीके से संचालित करेंगे।
यह बदलाव सात महीने तक चली परिचालन की विस्तृत समीक्षा के बाद हुए हैं। इसके लिये खर्च को इष्टतम बनाने की कवायद भी हुई थी। और दोनों प्रक्रियाओं का नेतृत्व बायजूस इंडिया के सीईओ अर्जुन मोहन ने किया था। मोहन अब बाहरी सलाहकार की भूमिका में होंगे। बदलाव की इस अवस्था में वह कंपनी और उसके संस्थापकों को एडटेक में अपनी गहन विशेषज्ञता प्रदान करेंगे।
संस्थापक एवं ग्रुप सीईओ बायजू रवीन्द्रन ने कहा, ‘‘संरचना में यह बदलाव बायजूस 3.0 की शुरूआत कर रहा है। अब एक ज्यादा बेहतरीन और चुस्त कंपनी बाजार के तेजी से बदलते आयामों को अपनाने के लिये तैयार है। यह खासकर बेहद निजी शिक्षा के मामले में होगा। तीन विशेष व्यवसाय इकाइयों के साथ अपनी मूल शक्तियों पर केन्द्रित होकर हम फायदे का ध्यान रखते हुए तरक्की के नये अवसर खोलेंगे।’’ उन्होंने आगे कहा, ‘‘बायजूस को चुनौती के समय संभालने में अर्जुन ने बेहतरीन काम किया है। उनके नेतृत्व के लिये हम आभारी हैं और एक रणनीतिक सलाहकार के तौर पर उनके लगातार योगदानों की आशा करते हैं।’’
नये चरण में बायजू रवीन्द्रन भी कंपनी के रोजाना के परिचालन को संभालने में अधिक सक्रिय होंगे। पिछले चार वर्षों में उन्होंने मुख्य रूप से रणनीतिक पहलुओं पर ही ध्यान दिया है, जैसे कि पूंजी जुटाना और वैश्विक विस्तार करना। हालांकि, चुनौती के इस समय में मजबूत नेतृत्व की जरूरत को समझते हुए, अब वह कंपनी के दैनिक परिचालन में ज्यादा सक्रिय रहेंगे। अपनी विशेषज्ञता से वह बायजूस को तरक्की और नवाचार के अगले चरण में लेकर जाएंगे।
नई संगठनात्मक संरचना और परिचालन संभालने वाले के तौर पर बायजू रवीन्द्रन की वापसी से बायजूस अब नवाचार से होने वाली तरक्की का अगला अध्याय शुरू करने की तैयारी में है। कंपनी बड़े पैमाने पर एआई से चलने वाले उत्पादों का नया समूह लॉन्च कर रही है। इन उत्पादों को पायलट फेज़ में काफी सकारात्मक रिस्पॉन्स मिल चुका है।
यह बदलाव सात महीने तक चली परिचालन की विस्तृत समीक्षा के बाद हुए हैं। इसके लिये खर्च को इष्टतम बनाने की कवायद भी हुई थी। और दोनों प्रक्रियाओं का नेतृत्व बायजूस इंडिया के सीईओ अर्जुन मोहन ने किया था। मोहन अब बाहरी सलाहकार की भूमिका में होंगे। बदलाव की इस अवस्था में वह कंपनी और उसके संस्थापकों को एडटेक में अपनी गहन विशेषज्ञता प्रदान करेंगे।
संस्थापक एवं ग्रुप सीईओ बायजू रवीन्द्रन ने कहा, ‘‘संरचना में यह बदलाव बायजूस 3.0 की शुरूआत कर रहा है। अब एक ज्यादा बेहतरीन और चुस्त कंपनी बाजार के तेजी से बदलते आयामों को अपनाने के लिये तैयार है। यह खासकर बेहद निजी शिक्षा के मामले में होगा। तीन विशेष व्यवसाय इकाइयों के साथ अपनी मूल शक्तियों पर केन्द्रित होकर हम फायदे का ध्यान रखते हुए तरक्की के नये अवसर खोलेंगे।’’ उन्होंने आगे कहा, ‘‘बायजूस को चुनौती के समय संभालने में अर्जुन ने बेहतरीन काम किया है। उनके नेतृत्व के लिये हम आभारी हैं और एक रणनीतिक सलाहकार के तौर पर उनके लगातार योगदानों की आशा करते हैं।’’
नये चरण में बायजू रवीन्द्रन भी कंपनी के रोजाना के परिचालन को संभालने में अधिक सक्रिय होंगे। पिछले चार वर्षों में उन्होंने मुख्य रूप से रणनीतिक पहलुओं पर ही ध्यान दिया है, जैसे कि पूंजी जुटाना और वैश्विक विस्तार करना। हालांकि, चुनौती के इस समय में मजबूत नेतृत्व की जरूरत को समझते हुए, अब वह कंपनी के दैनिक परिचालन में ज्यादा सक्रिय रहेंगे। अपनी विशेषज्ञता से वह बायजूस को तरक्की और नवाचार के अगले चरण में लेकर जाएंगे।
नई संगठनात्मक संरचना और परिचालन संभालने वाले के तौर पर बायजू रवीन्द्रन की वापसी से बायजूस अब नवाचार से होने वाली तरक्की का अगला अध्याय शुरू करने की तैयारी में है। कंपनी बड़े पैमाने पर एआई से चलने वाले उत्पादों का नया समूह लॉन्च कर रही है। इन उत्पादों को पायलट फेज़ में काफी सकारात्मक रिस्पॉन्स मिल चुका है।