लुधियाना, 30 जून 2024 (न्यूज़ टीम): एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया की जानकारी के अनुसार, इक्विटी म्यूचुअल फंड में मई 2024 में 34,697 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड निवेश हुआ, जो अप्रैल 2024 की तुलना में 83% से अधिक है। इसी महीने के एएमएफआई आंकड़ों के मुताबिक, देश भर के निवेशकों ने इक्विटी म्यूचुअल फंड सेगमेंट में थीमैटिक या सेक्टोरल फंड कैटेगरी में 19,213.4 करोड़ रुपये का निवेश किया। मई 2024 के एएमएफआई डेटा का एक और दिलचस्प पहलू यह है कि एसआईपी के ज़रिए मासिक निवेश लगातार दूसरे महीने 20,000 करोड़ रुपये के पड़ाव को पार कर गया है।
भारत में म्यूचुअल फंड की संपत्ति लगातार बढ़ रही है क्योंकि निवेशकों का विभिन्न इक्विटी योजनाओं में विश्वास फिर से बढ़ गया है। टाटा म्यूचुअल फंड ने भी पंजाब में यही ट्रेंड देखा है, निवेशक उनकी इक्विटी म्यूचुअल फंड योजनाओं को प्राथमिकता दे रहे हैं। जनवरी और अप्रैल 2024 के बीच, पंजाब के निवेशकों ने टाटा म्यूचुअल फंड की अलग-अलग इक्विटी स्कीम्स में (टाटा आर्बिट्राज फंड सहित) 188 करोड़ रुपयों का निवेश किया, उनमें से अमृतसर और चंडीगढ़ के निवेशकों ने क्रमशः 38 करोड़ और 7 करोड़ रूपए निवेश किए और लुधियाना के निवेशकों ने 98.3 करोड़ रूपए निवेश किए हैं।
इसी अवधि के दौरान, जनवरी से अप्रैल 2024 तक, पंजाब के निवेशकों ने टाटा म्युच्युअल फंड के आर्बिट्राज फंड में 45.7 करोड़ रुपये, डिजिटल इंडिया फंड में 18.2 करोड़ और इंडिया कंज्यूमर फंड में 3 करोड़ रूपए निवेश किए।
एएमएफआई से मिली हाल ही की जानकारी के अनुसार, भारत भर के निवेशकों ने मिड और स्मॉल-कैप सेगमेंट में रुचि दिखाई है। पिछले एक साल में मिड-कैप और स्मॉल-कैप सूचकांकों ने लार्ज-कैप सूचकांकों से बेहतर प्रदर्शन किया है। मई 2024 तक एएमएफआई के आंकड़ों के मुताबिक, मिड-कैप फंडों में 2,724.67 करोड़ रुपये और स्मॉल-कैप फंडों में 2,605.70 करोड़ रुपये का निवेश किया गया था। जबकि निवेशकों ने लार्ज-कैप फंडों में ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाई, 663 करोड़ रुपये का निवेश किया गया। निकट भविष्य में व्यापक बाजार के अधिक संतुलित होने की संभावना है क्योंकि लार्ज-कैप में रिस्क-रिवॉर्ड तुलनात्मक रूप से आकर्षक हो गया है।
टाटा एसेट मैनेजमेंट के सीनियर फंड मैनेजर श्री सोनम उदासी ने कहा, "मैक्रोइकोनॉमिक इंडिकेटर्स, वैविध्यपूर्ण कॉर्पोरेट आय वृद्धि और बड़े बैंकिंग/कॉर्पोरेट क्षेत्र का स्वास्थ्य यह बाज़ार के दीर्घकालिक सकारात्मक रुझान में योगदान देने वाले प्रमुख कारक हैं। सन 2031 तक भारत अपनी प्रति व्यक्ति आय को दुगुना यानी ~5000 यूएस डॉलर्स तक बढ़ाने के लिए प्रयासशील है, इंक्रीमेंटल कंजम्प्शन में से ~53% मिडल क्लास से आता है। इसी अवधि में भारत का कंज्यूमर मार्केट भी दोगुना बढ़ने की आशंका है। वर्कफोर्स में शामिल हो रही महिलाओं की संख्या बढ़ रही है, हमें उम्मीद है कि कुछ कंज्यूमर सेगमेंट्स अगली सदी में तीन गुना बढ़ेंगे, फ़ूड प्रोसेसिंग, कंज्यूमर अप्लायंसेस, बाहर खाना और रेडी टू ईट थीम्स इनमें सबसे आगे रहेंगे। इक्विटी बाजारों से अब आगे भी अच्छी कमाई होने की संभावना है। दीर्घकालिक निवेश के लिए एसआईपी रूट को जारी रखने का सुझाव दिया गया है।"
मई 2024 तक एएमएफआई के आंकड़ों के अनुसार, मई 2019 में पंजाब में निवेशकों का औसत उद्योग एयूएम 29,188 करोड़ रुपये था, जो मई 2024 में बढ़कर 70,234 करोड़ रुपये हो गया। पिछले पांच वर्षों में 141% की पूर्ण विकास दर दर्ज की गई। टाटा एसेट मैनेजमेंट ने पूरे भारत में 100 शाखाओं का एक नेटवर्क स्थापित किया है और 6 शाखाएँ पंजाब में हैं।