लुधियाना, 03 अगस्त, 2024 (न्यूज़ टीम): टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स का प्रमुख टी ब्रांड, टाटा टी प्रीमियम ने अपनी हाइपरलोकल रणनीति के तहत नयी फिल्म लॉन्च की है, जिसमें पंजाब के बड़े दिल की मिसाल देने वाली एक बहुत ही खूबसूरत कहानी बताई है। 'देश की चाय, अपने प्रदेश का स्वाद' टाटा टी प्रीमियम की इस ब्रांड प्रस्तुति को राज्य की खास विशेषता को सम्मानित करने वाली कहानी में बहुत ही खूबसूरती से पेश किया गया है।
पंजाब के लिए बनाई गयी फिल्म में यहां के लोगों का बड़ा दिल और समाज की सेवा में अटूट करुणा के साथ जुट जाने का जज़्बा दिखाया गया है। फिल्म में कुछ बच्चें मज़दूरों को खाना खिलाने के लिए अपने 'डब्बों' (लंच बॉक्स) से 'लंगर' लगा देते हैं। बड़े दिल वालों के पंजाब की संस्कृति का एक हिस्सा है, 'सेवा' की परंपरा और इसकी सीख हर बच्चे को बचपन से ही मिलती है। मदद और सेवा करने के लिए हमेशा आगे रहने वाले पंजाब का बड़ा दिल और टाटा टी प्रीमियम की 'वड्डे दाने वाली चाय' इस खासियत को टीवीसी में बखूबी जोड़ा गया है। 'वड्डे दिल वाले पंजाब के लिए वड्डी दाने वाली चाय' हर पंजाबी के दिल को छू लेगी।
टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स के पैकेज्ड बेवरेजेस के प्रेसिडेंट श्री पुनीत दास ने कहा, "टाटा टी प्रीमियम ने आधे दशक पहले अपने हाइपर-लोकल दृष्टिकोण की शुरूआत की। राष्ट्रीय स्तर पर अपना स्थान कायम रखते हुए हमने अपनी क्षेत्रीय निपुणता का लाभ उठाते हुए, हर राज्य की विशेषता, खास पसंद को समझा है। हमारी नयी टीवीसी में हर क्षेत्र की सांस्कृतिक विशेषता और चाय की पसंद को दर्शाते हुए इन दोनों को उस क्षेत्र के लिए हमारी ब्रांड प्रस्तुति में एकसाथ लाया गया है। इसीलिए यह फ़िल्में हमारे ग्राहकों के दिलों में क्षेत्रीय अभिमान जगाती हैं।
हर राज्य और वहां के लोगों का एक 'टाइप' होता है, कुछ स्टीरियोटाइप गलत और एकतरफ़ा होते हैं और बाहर के लोगों के नज़रियों से आते हैं, जब कि कुछ सच होते हैं और राज्य के लोगों की वास्तविक विशेषताओं को बयान करते हैं। हमारी फ़िल्में हर राज्य, वहां के लोगों की खास विशेषताओं को सम्मानित करती हैं। जैसे कि, हमारी पंजाब की फिल्मों में पंजाबियों का 'वड्डा दिल' यानी उनकी उदारता, दयालुता दिखाई गयी है, हमें गर्व है कि पंजाब के लोग दूसरों के प्रति करुणा का भाव रखते हैं और सेवा के लिए कुछ भी कर सकते हैं। हम आशा करते हैं कि उपभोक्ताओं को ये कहानियां बेहद पसंद आएंगी और वे इनमें खुद की ज़िन्दगी की छवि देख पाएंगे। क्षेत्रीय स्वाभिमान को जगाने वाली इन फिल्मों को डिजिटल, ऑन-ग्राउंड और अन्य मीडिया एक्टिवेशन्स में प्रसारित किया जाएगा।"