चंडीगढ़/लुधियाना, 04 दिसंबर 2024 (न्यूज़ टीम): जाने-माने दूर-संचार सेवा प्रदाता वी ने आज अपने उपभोक्ताओं को स्पैम से सुरक्षित रखने की दिशा में महत्वपूर्ण घोषणा की है। आज से कंपनी एआई और एमएल द्वारा पावर्ड स्पैम मैनेजमेन्ट समाधान ला रही है। यह नया समाधान मशीन आधारित ऑटोमेटेड समाधान के माध्यम से संभावी स्पैम मैसेजेज़ को पहचान लेता है, जिससे वी के यूज़र मोबाइल का सुरक्षित एवं सहज अनुभव पा सकते हैं। शुरूआती टेस्टिंग अवस्था के बाद से यह समाधान 24 मिलियन से अधिक स्पैम मैसेजेज़ को पहचान चुका है।
स्पैम मैसेजेज़ की संख्या लगतार बढ़ रही है, अक्सर इनके ज़रिए उपभोक्ताओं के साथ धोखाधड़ी भी होती है। वी के स्पैम एसएमएस समाधान रियल टाईम में इस तरह के हानिकारक मैसेजेज़ को पहचान कर इनका प्रबन्धन करते हैं और उपभोक्ताओं को सुरक्षा प्रदान करते हैं।
इस अवसर पर जगबीर सिंह, सीटीओ, वोडाफोन आइडिया लिमिटेड ने कहा, ‘‘आज के दौर में अधिक से अधिक उपभोक्ता डिजिटल कम्युनिकेशन को अपना रहे हैं, ऐसे में स्पैम मैसेजेज़ और इनके ज़रिए धोखाधड़ी के मामले भी बढ़ रहे हैं। हम उपभोक्ताओं की इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए एआई-पावर्ड स्पैम डिटेक्शन टेक्नोलॉजी लेकर आए हैं, जो उपभोक्ताओं को रियल टाईम में सुरक्षा प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। वी इन खतरों से उपभोक्ताओं को सुरक्षित रखने और उन्हें ज़रूरी जानकारी प्रदान कर उनके मोबाइल के अनुभव को सुरक्षित बनाने के लिए प्रयासरत है।’’
उपभोक्ताओं की सुरक्षा और उन्हें बेहतर अनुभव प्रदान करने की प्रतिबद्धता के साथ वी वॉइस कॉल्स सहित स्पैम पर अंकुश लगाने के लिए निंरतर काम कर रहा है ताकि उपभोक्ता इस तरह के अनचाहे कॉल्स से सुरक्षित रह सकें। इसके अलावा स्पैम की शिकायत दर्ज करने के लिए कई मौजूदा समाधानों और प्रक्रियाओं का उपयोग पहले से किया जाता है जो मोबाइल-ऐप यूआरएल को सहज बनाते हैं, स्पैम कंटेंट, सेंडर के नंबर, डेट आदि को ऑटोमेटिक तरीके से पिक करते हैं और ब्राण्ड मैसेज में यूआरएल को व्हाईटलिस्ट करते हैं। वी यूसीसी (अनचाहे कमर्शियल कम्युनिकेशन) के साथ उपभाक्ताओं के फीडबैक और शिकायतों का इस्तेमाल कर बल्क कॉल पैटर्न को पहचानते हैं (जैसे एक ही नंबर से कई अलग-अलग नंबरों पर कॉल किया जाना) और आगे उपभोक्ताओं की परेशानी को कम करने के लिए इनके इस्तेमाल को सीमित करते हैं।
उपभोक्ताओं के लिए जागरुकता के महत्व को ध्यान में रखते हुए वी नियमित रूप से जागरुकता अभियान भी चलाता है, ताकि उपभोक्ता फिशिंग अटैम्प को पहचान सकें, स्पैम को रिपोर्ट कर सकें और किसी भी तरह की धोखाधड़ी से सावधान रह सकें।
वी का एसएमएस स्पैम समाधान कैसे काम करता है:
- रियल टाईम एनालिसिसः यह सिस्टम एआई एल्गोरिदम के ज़रिए इनकमिंग मैसेजेज़ को एनालाइज़ करता है तथा इस तरह संभावी खतरे, धोखाधड़ी वाले लिंक, अनधिकृत प्रोमोशन्स, थेफ्ट अटेम्प्ट आदि को पहचान लेता है। इससे रियल टाईम मॉनिटरिंग के द्वारा संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत एक्शन लिया जा सकता है।
- पैटर्न की पहचानः मशीन लर्निंग एल्गोरिदम के ज़रिए सिस्टम इनकमिंग डेटा पैटर्न जैसे फिशिंग लिंक, स्पैम मैसेज में इस्तेमाल होने वाले असामान्य सेंडर डीटेल्स को पहचान लेता है, इस तरह समय के साथ इसकी डिटेक्शन क्षमता बढ़ती चली जाती है।
- स्पैम टैमिंगः स्पैम के रूप में पहचाने गए मैसेज को ‘सस्पेक्टेड स्पॅम’ का टैग दे दिया जाता है, जिससे यूज़र को चेतावनी मिल जाती है। इस तरह से सोच-समझ कर कम्युनिकेशन का फैसला ले सकते हैं। इस तरह के दृष्टिकोण से उनकी सुरक्षा बढ़ती है और वे अनचाहे मैसेजेज़ या कॉल्स से बचकर अपने समय का सदुपयोग कर पाते हैं।
- निरंतर सुधारः मशीन लर्निंग के ज़रिए, यह नए स्पैम रूझानों को पहचानने में निरंतर सुधार करता है, जिससे सटीकता और प्रभाविता बढ़ती है। इस तरह यह नए प्रकार के स्पैम के अनुसार ढलता चला जाता है और यूज़र को नए खतरों से सुरक्षित बनाता है।
उपभोक्ताओं के लिए फायदे:
- बेहतर सुरक्षाः संभावी हानिकारक स्पैम को चिन्हित कर यह सर्विस उपभोक्ताओं को संदिग्ध स्पैम मैसेज से सुरक्षित बनाती है, इस तरह से फिशिंग या धोखाधड़ी से अपने आप को सुरक्षित रख सकते हैं।
- आसान इंटीग्रेशनः यह सर्विस ऑटोमेटिक है और इसमें उपभोक्ता को किसी तरह के सेटअप, ऐप इंस्टॉलेशन या भुगतान की ज़रूरत नहीं होती।